
Share0 Bookmarks 22 Reads0 Likes
ये चराग छटपटाने क्यों लगे हैं,
ये हवा क्या उसके आंचल से आई,
वो जिन बाहों में हमें राहत मिली,
ये क्यों उन्हीं से हमने चोट खायी,
ये धुएं के कश क्यों मरहम बने,
ये चारासाज़ो ने कैसी दवा पिलाई,
जिंदा होने की भी अदाएं कर रहे है,
या खुदा ये हमको कैसी मौत आई.
-Kaiz
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments