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दर्द हो दिल में कितना ही पर मुस्काना तो होगा,
सुकूँ मिले तुझको ऐसा एक ठिकाना तो होगा।
घना अँधेरा, लम्बा रास्ता,डगमग डगमग चाल,
हो ना हो उस रस्ते में कोई मयखाना तो होगा।
कितने आँसू,कितनी आहें,कितना खालीपन,
कैसे मापेगा कोई? कुछ पैमाना तो होगा।
वो जो सूनी
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