समाज और लड़की's image
Share0 Bookmarks 49221 Reads0 Likes
लड़की का जीवन
सिमटकर रह जाता है ,
चौखट , चूल्हे , चौके तक ।

जन्म के बाद ,
समाज ! उस खिलते फूल को
रौदने के लिये बोझ डाल देता है ।

आँधी में जो हालत पेड़ की होती है 
समाज में लड़की की होती है ,
पर ! मजबूती से खड़ी रहती है ।

समाज ! सीखो उस लड़की से ,
जो समाज के ताने सुनकर भी 

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts