बड़े दिनों बाद आज कलम उठाने जा रहा हूं ।
मां को गुजरें हुआ आज एक साल हो गया इसलिए एक और पोस्ट अपनी मां के नाम करने जा रहा हूं ।
मां आज आपको गुज़रे हुआ है सिर्फ़ एक साल ।
क्या बताएं मां कैसा है आपके बिना हम सबका हाल ।
आज भी वो पिछले साल 22अक्टूबर का दिन याद आता है ।
आज भी वो दिन याद आते ही दिल पूरी तरह से डर जाता है।
लाख कोशिश करते है हम सब मां लेकिन आंखों से आंसू अपने आप आ जाता है ।
मां आपको तो रहती थी अपने बेटे सनी की फिक्र बड़ी ।
मां आपकी कमी अक्सर कई बार हमें बहुत पड़ी ।
मां तेरे जाने के बाद एक बात समझ में आई ।
बड़ी से बड़ी खुशी भी मां के जाने की कमी ना कभी भर पाई ।
पता है मां मुझे सबने एक दिन चले जाना ।
किसी ने आज तो किसी ने कल चले जाना ।
मां वो तेरा मुझे गले लगाना ।
हर मुश्किल वक्त में मां तूने मेरा पूरा साथ निभाना ।
एक वक्त था मां कोई शायर,कोई मुझे लेखक था कहता ।
अब पूछते है कई बार मेरे अपने सनी क्यों तू आज कल इतना चुप रहता ।
दिल की बात किसी से चाह के भी मां कही नहीं जाती ।
स
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