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तू साथ नहीं
पर तेरी सिलवटो कि चादर आज भी बिस्तर पे बिछा रखी है
आना हो तो आजाना दरवाजें कि चाभी आज भी पायदान के नीचे छिपा रखी है
और कैसे बताऊँ उन्हें की नींद क्यों आती नहीं
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