मैं खुद को बहुत हिफाज़त से रखता हूँ's image
Poetry1 min read

मैं खुद को बहुत हिफाज़त से रखता हूँ

I Am D WriterI Am D Writer January 11, 2023
Share0 Bookmarks 55133 Reads2 Likes
मैं खुद को बहुत हिफाज़त से रखता हूँ
क्योंकि तुम ये कहो या ना कहो
मैं खुद को तुम्हारी अमानत समझता हूँ
पता नहीं किस रोज़ आजाओ तुम मुझे लेने
ये सोच के मैं घर मे भी सज सवर के रहता हूँ
मैं खुद को बहुत हिफाज़त से रखता हूँ
एक बस्ता बना लिया है कुछ पुराने कपड़ो का
क्योंकि जो तुम्हे याद हो वो अब मुझे आते नहीं
पहले से मैं भी तो थोड़ा बदल गया हूँ
और इसीलि

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts