संघर्ष's image
Share1 Bookmarks 49370 Reads3 Likes

मैं हूँ सत्य वो है असत्य

एक छोटा सा विवाद ले कर खड़ी हूँ

प्रपंच कपट के कोलाहल में

मैं भीषण अंतर्नाद ले कर खड़ी हूँ


जो तुम सुनना न चाहो किसी शर्त पर

मैं सच्ची वो बात ले कर खड़ी हूँ

अरे देखो मुझको निष्ठुर जन तुम

मैं अंतर्मन में आघात ले कर खड़ी हूँ


नारी हूँ , मैं हूँ माता

मैं धैर्य अपरम्पार ले कर खड़ी हूँ

दुःख में हूँ, मैं कलियुग में हूँ

अपने पीछे भ्रष्ट संसार ले कर खड़ी हूँ


चोला पहने है सफ़ेद जो

उसके काले कृत्य विकराल ले कर खड़ी हूँ

मैं ही दुर्गा , मैं ही शक्ति

उस नीच का मैं काल ले कर खड़ी हूँ


तुम सत्य जान

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts