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मेरी लेखनी मेरी कविता
वो बचपन की यादें, वो बचपन का मंजर
( कविता) बचपन विशेषांक
वह जीवन का मंजर
कहां खो गया है
कोई मेरे मन को
दे इतना बता।
हुई क्या मेरे मन से
ऐसी खता ?
वो जीवन का समरस
कहांँ खो गया है ?
बताओ मेरे मन को
क्या हो गया है?
वह जीवन का मं
वो बचपन की यादें, वो बचपन का मंजर
( कविता) बचपन विशेषांक
वह जीवन का मंजर
कहां खो गया है
कोई मेरे मन को
दे इतना बता।
हुई क्या मेरे मन से
ऐसी खता ?
वो जीवन का समरस
कहांँ खो गया है ?
बताओ मेरे मन को
क्या हो गया है?
वह जीवन का मं
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