Share1 Bookmarks 49817 Reads2 Likes
मेरी लेखनी ,मेरी कविता
"मैं वक्ते सजल लिखता हूंँ "
(कविता)
चुनिंदा वक्त
की खातिर
मैैं लफ्ज़े आम
लिखता हूंँ ।
तेरी ,मेर
"मैं वक्ते सजल लिखता हूंँ "
(कविता)
चुनिंदा वक्त
की खातिर
मैैं लफ्ज़े आम
लिखता हूंँ ।
तेरी ,मेर
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments