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कविशाला एक ज्ञान रूप है (कविता )

हरिशंकर सिंह 'सारांश 'हरिशंकर सिंह 'सारांश ' March 17, 2023
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मेरी लेखनी , मेरी कविता 
कविशाला  एक ज्ञान रूप है
(कविता )

कविशाला  एक ज्ञान रूप है
जीवन सफल बनाती है
सच्चाई और ज्ञान का दीपक
चारों और जलाती है ।।

नये-नये नूतन विचार लाकर
मानव हित की बात करे,
शिष्टाचार और ज्ञान सीख दे
जीवन को आबाद करे।
पल पल प्रतिपल जीवन में
 कविता का मूल्य बताती है
 कविशाला  एक ज्ञान रूप है
जीवन सफल बनाती है  ।

शिक्षित और प्रशिक्षित कविजन 
ज्ञान प्रसार कराते हैं।
मानव हित में  हो कविता
वो ऐसा जतन लगाते हैं ।।
धर्म ज्ञान अनुशासित जीवन
 कविशाला सिखलाती  है ।।
सच्चाई और ज्ञान  का दीपक
 चारों ओर जलाती है।।

कविशाला एक ज्ञान  रूप है
जीवन सफल बनाती है ।।
सच्चाई और ज्ञान का दीपक
चारों ओर जलाती है।। 

धन्य धन्य पुरुषार्थी जीवन
श्रजनता का काम किया ।।
नवजीवन को शिक्षा देकर
महा पुण्य का काम किया ।।
ऐसे आदर्शों के स्वामी
सबका भला कराते हैं ।
मानवता के उत्थान हेतु 
खुद को अर्पित कर जाते हैं ।।
ऐसे आदर्शों की गाथा 
कण-कण में बस जाती है ।।
सच्चाई और ज्ञान का दीपक
चारों और जलाती है ।

 कविशाला  एक ज्ञान रूप है
 जीवन सफल बनाती है ।
 सच्चाई और ज्ञान का दीपक
चारों और जलाती है ।।

हरिशंकर सिंह सारांश 

 

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