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मेरी लेखनी मेरी कविता
जो ड़गर हमने चुनीं
(कविता )
जो डगर हमने चुनीं
वह दूर तक ले जाएगी।
हर तरफ इस रोशनी की
चमक बनकर छाएगी।।
जब सफर पर हम चलें
ज्ञान अपना पास हो,
भावों में अपने रोशनी
हरगिज़ न काली रात हो।।
ज्ञान की सच्ची डगर
मानव को
जो ड़गर हमने चुनीं
(कविता )
जो डगर हमने चुनीं
वह दूर तक ले जाएगी।
हर तरफ इस रोशनी की
चमक बनकर छाएगी।।
जब सफर पर हम चलें
ज्ञान अपना पास हो,
भावों में अपने रोशनी
हरगिज़ न काली रात हो।।
ज्ञान की सच्ची डगर
मानव को
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