हम तेरी राह के बाजूए हमसफर (कविता)'s image
Poetry1 min read

हम तेरी राह के बाजूए हमसफर (कविता)

हरिशंकर सिंह सारांशहरिशंकर सिंह सारांश October 14, 2023
Share0 Bookmarks 58017 Reads1 Likes
मेरी लेखनी मेरी कविता 
हम तेरे पंक में यूँ सिमट जाएंगे
 (कविता )

हम तेरी राह के बाजूए हमसफर
हम तेरे पंँक में यूँ सिमट जाएंगे।
तेरे जाने पै हम तो सिहर जाएंगे। 
तेरे आने से तेरी हंँसी की कसम 
तेरी बांकी अदाओं पै मर जाएंगे। 
हम तेरे पँँक में यूूँ सिमट जाएंगे ।।

 कल्पना के सयाने सफर की कसम
जिंदगी

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts