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मेरी लेखनी मेरी कविता
हम तेरे पंक में यूँ सिमट जाएंगे
(कविता )
हम तेरी राह के बाजूए हमसफर
हम तेरे पंँक में यूँ सिमट जाएंगे।
तेरे जाने पै हम तो सिहर जाएंगे।
तेरे आने से तेरी हंँसी की कसम
तेरी बांकी अदाओं पै मर जाएंगे।
हम तेरे पँँक में यूूँ सिमट जाएंगे ।।
कल्पना के सयाने सफर की कसम
जिंदगी
हम तेरे पंक में यूँ सिमट जाएंगे
(कविता )
हम तेरी राह के बाजूए हमसफर
हम तेरे पंँक में यूँ सिमट जाएंगे।
तेरे जाने पै हम तो सिहर जाएंगे।
तेरे आने से तेरी हंँसी की कसम
तेरी बांकी अदाओं पै मर जाएंगे।
हम तेरे पँँक में यूूँ सिमट जाएंगे ।।
कल्पना के सयाने सफर की कसम
जिंदगी
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