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मेरी लेखनी, मेरी कविता
बसंत की मीठी खुशबू (कविता )
बसंती रंग कलियों का
बिखर कर नूर होता है
अभागा है वो दुनियाँ में
जो इससे दूर होता है।
वो पीली सरसों के फूल ,
वह लहराते खेत ,
हम
बसंत की मीठी खुशबू (कविता )
बसंती रंग कलियों का
बिखर कर नूर होता है
अभागा है वो दुनियाँ में
जो इससे दूर होता है।
वो पीली सरसों के फूल ,
वह लहराते खेत ,
हम
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