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बसंत की मीठी खुशबू (कविता)

हरिशंकर सिंह सारांशहरिशंकर सिंह सारांश March 16, 2023
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मेरी लेखनी, मेरी कविता 
बसंत की मीठी खुशबू (कविता )

बसंती रंग कलियों का 
बिखर कर नूर होता है 
अभागा है वो दुनियाँ में 
जो इससे दूर होता है।

 वो पीली सरसों के फूल ,
वह लहराते खेत ,
हम

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