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मेरी लेखनी, मेरी कविता
अरदास (एक छंद)
एै हवा !एै घटा !
दूर जा तो सही।
मेरी प्रियतम का संदेशा सुना तो सही।।
तन से वो दूर है ,
है ,मेरे मन में बसी।
लाके मुझको
अरदास (एक छंद)
एै हवा !एै घटा !
दूर जा तो सही।
मेरी प्रियतम का संदेशा सुना तो सही।।
तन से वो दूर है ,
है ,मेरे मन में बसी।
लाके मुझको
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