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जब सोचता है तुम्हें, मेरा मन
ख़ुद को तुझमें खो देता है
जैसे समन्दर में गि
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जब सोचता है तुम्हें, मेरा मन
ख़ुद को तुझमें खो देता है
जैसे समन्दर में गि
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