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मैंने सपने में उसको मरते देखा है
मतलब अब वो ज़ालिम औ जीने वाला है

वो थोड़ी थोड़ी अब उखड़ी सी लगती है
लगता उसका ये दर्द महीने वाला है

है ग़म ओ गुरबत ऊपर बरसात मुबारक़
आज ये मौसम तो रज के पीने वाला है

ये अलमारी और किताबें देख रही हो
देखो! ये अक्स मिरा आईने वाला है

तुम आंखों पर काले धब्बे देख रहे हो
मेरे सपनों का काम पसीने वाला है

उर्दू को इस निस्बत से देखें हैं जैसे
जो भी पढ़ता वो सिर्फ़ मदीने वाला है

तूफानों में इस कश्ती पर वक्त न कर ज़ाया
ये कश्ती बस सूराख सफीने वाला है

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