आसमाॅं में चमकता तारा हूॅं
ये न समझो कि बेसहारा हूॅं
हूॅं मुहब्बत मिज़ाज मैं लेकिन
सच कहूॅं दिल बहुत मैं हारा हूॅं
No posts
Comments