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किसी ने हमको दिया है ये मशवरा बेहतर

जिन्हें ग़ुरूर हो उनसे तो फ़ासला बेहतर


निभे न एक से रिश्ता तो दूसरा बेहतर

हमें बता के गए हैं ये रहनुमा बेहतर


भरो उड़ान तो उड़ते रहो फ़ज़ाओं में

ज़मीं पे रेंगते रहने से वो ख़ला बेहतर


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