
Share0 Bookmarks 79 Reads0 Likes
ख़ुदा तू मिले कहीं तो तेरा हाल पूछूं
जो ज़ेहन में हैं मेरे वो सवाल, पूछूं ।
मैं समंदर था तो मैं प्यासा ही रहा
तू तो दरिया था तू क्यों है बेहाल, पूछूं ।
मालूम था हमें कि वक़्त टिकता नहीं कभी
घड़ी पर
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments