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रात! कर न कुछ बात

Mojiz KalamMojiz Kalam February 5, 2023
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  कुछ अनकहे लम्हों से
तो कुछ पामाल उनकी यादों से...

भर गए हैं दिल के कूचे
बस इन्हीं सब बातों से

ढल न जाए मेरी ज़ात
ऐ रात! कर न कुछ बात .. कर न कुछ बात।।

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