
Share0 Bookmarks 152 Reads1 Likes
ना वो कोमल है ना वो कमज़ोर है
कोमल और कमज़ोर तुम्हारी सोच है
बंद कीजिए लड़कियों के रोने का ये नारा
बदल दीजिए अपनी रुढ़िवादी विचारधारा
वो कलयुग की नारी हर आँसूं पर भारी है
और आँसूं कमज़ोरी नहीं ताकत की निशानी है
दर्द में और मज़बूती से खड़े रहने की कहानी है..!!
#तुष्य
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments