बिखरे रिश्ते...'s image
Poetry1 min read

बिखरे रिश्ते...

Dr. SandeepDr. Sandeep November 21, 2021
Share0 Bookmarks 232 Reads1 Likes

कुछ रिश्ते सिर्फ़ बिखरने के लिए ही बने होते हैं

दिल पर लगे जज़्बातों के ज़ख़्मों से सने होते हैं

कुछ रिश्ते सिर्फ़ बिखरने के लिए ही बने होते हैं

सूख चुकी ख़्वाहिशों की लकड़ी पर तने होते हैं

कुछ रिश्ते सिर्फ़ बिखरने के लिए ही बने होते हैं

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts