रंगों का पर्व: होली!'s image
Poetry1 min read

रंगों का पर्व: होली!

Dk Megh..Dk Megh.. March 7, 2023
Share0 Bookmarks 15 Reads1 Likes
पलाश के फूलों का खिलना 
मानो जैसे जंगल में आग लगी हो 
यह शुभ संकेत है 
रंगो के पर्व, खुशहाली के पर्व का। 

यह रंगों का पर्व 
हम सबके लिए एवं 
धरती पुत्रों के लिए 
खुशियों की बहार लाता है, 
इसके आने से 
जीवन में नए रंग भर जाते हैं
नई खुशियाँ, नई उमंग आती है। 

होली त्योंहार है रंगों का 
इसके रंगों की तरह 
मानवीय जीवन के रंग भी गहरे हो
रंगों के पर्व में गुलाल की खुशबू 
पूरे जीवन में खूशबू फैलाती रहे। 

होली वाले दिन 
नन्हें बच्चों का पिचकारी लेकर 
यूँ तंग गलियों में दौड़ना 
सबको खूब भाता है। 
कीचड़ में लथपथ मासूमों को देखकर
प्यार बहुत आता है। 

पलाश के फूलों से बना कलर 
बेहद गहरी छाप लगाता है
ये रंगों का त्योंहार
सबको खूब भाता है। 

~Dk Megh..

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts