माई's image
Share0 Bookmarks 211600 Reads0 Likes

पाती भेजववले बानी भउजी मोर रोवतानी ,

लिखतानी परसों से बाबू जी ना सुतल बानी ,

सांस फुलताटे नइखे माई के दवाई बा ।

कइसे कहीं बबुआ बेमार मोर माई बा ।।


नइखे अब किसानी में कमाई कचरकुट बा ,

लागता की हमनी बीचे डालत केहू फुट बा ,

भइया के समइया बिगरल राम लेखा भाई बा ।

कइसे कहीं बबुआ बेमार मोर माई बा ।।


दु दु गो भ

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts