
तू जो मुझसे रूठ के यूं चला जाता है,
दिल मेरा साथ लिए क्यूं चला जाता है?
तू जो मुझसे रूठ के यूं चला जाता है,
दिल मेरा साथ लिए क्यूं चला जाता है?
तेरा कुछ ना जाता, मेरा कुछ ना रह जाएगा,
दिल ये मेरा साथ-साथ, तेरे साथ जाएगा,
दिल जो मेरा साथ-साथ, तेरे साथ जाएगा।
नजरों से दूर तू,
क्यूं चला जाता है?
सुनके सदाएं मेरी,
क्यों ना लौट आता है?
मेरी रूह, मेरा साया, तेरे साथ जाएगा?
तेरा कुछ ना जाता, मेरा कुछ ना रह जाएगा,
दिल ये मेरा साथ-साथ, तेरे साथ जाएगा।
शामें सूनी लगती हैं,
चांदनी भी डसती है।
सब होके, कुछ नहीं है,
किस्मत भी हंसती है।
मेरे हाथों की लकीरों में तू कब आएगा?
तेरा कुछ ना जाता, मेरा कुछ ना रह जाएगा,
दिल ये मेरा साथ-साथ, तेरे साथ जाएगा।
तबीयत कहीं ना लगती,
बंदगी नहीं है जंचती।
गुलशन में कलियां खिलती,
मेरी खिजां में खलती।
मेरी खिजाओं में बहारें कब लाएगा?
तेरा कुछ ना जाता, मेरा कुछ ना रह जाएगा,
दिल ये मेरा साथ-साथ, तेरे साथ जाएगा।
मेरे अल्फाज सारे,
बस तेरे साथ हैं।
मेरे ज़हन में तू है,
तेरे जज़्बात हैं।
फिर वो शायराना जज़्बात लौट आएगा,
जब तू फिर से लौट के मेरे पास आएगा,
दिल ये मेरा तेरे साथ-साथ लौट आएगा।
मेरा गया है जो कुछ, तेरे साथ आएगा,
तू जो फिर से मानके मेरे पास आएगा,
दिल ये मेरा तेरे साथ-साथ लौट आएगा।
धीरावत
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