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कुछ सुलझी,कुछ उलझी,कुछ गम की,तो कुछ मौजों की रवानी है
मेरी सारी कविताएं अब कहानी हैं....
~दीपक पाटकार
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मेरी सारी कविताएं अब कहानी हैं....
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