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लिखती हूं, मिटाती हूँ
अपनी शिकायतों को
दुनिया से छुपाती हूँ
आंसुओं का सागर
कभी सूखता नहीं
वजह आंसुओ
अपनी शिकायतों को
दुनिया से छुपाती हूँ
आंसुओं का सागर
कभी सूखता नहीं
वजह आंसुओ
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