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गांव की सैर

Poetry4youthPoetry4youth January 20, 2023
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चलो मैं आज तुमको जन्नत दिखाता हूं ,
मैं तो मैं तुम्हें आज अपने गांव के बारे में बताता हूं 
वह गांव जहां होता नारी का सम्मान है ,
आओगे कभी यहां तो जानोगे खुश रहना कितना आसान है ।
यूं तो लोग यहां थोड़ा ही कमाते हैं ,
पर घर के बुजुर्गों को कभी ना सताते हैं ।
पैसा हाय यह पैसा इसके लिए हम भी अपना शहर छोड़ आए थे ,
बहुत रोए थे जब मां को अकेला छोड़ आए

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