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दोस्ती का आभास

VIKKY SINGHVIKKY SINGH June 16, 2022
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लोग आते है लोग जाते है,
कुछ भूल जाते है, कुछ याद आते है।
इस आने जाने के कालचक्र में
कुछ इतने खास हो जाते है,
जैसे जीवन की हर एक सांस हो जाते है।

कुछ अच्छे कुछ बुरे,
कुछ धुंधली यादें, कुछ बिलकुल अधूरे,
कुछ अधूरी ख्वाहिश, कुछ जज़्बातों से पूरे,
कुछ दूर हो कर भी कहीं मुझ में खो से जाते है,
इस खोने पाने के कालचक्र में,
कुछ इतने खास हो जाते है,
जैसे जीवन की हर एक सांस हो जाते है।

जो होते है इतने खास जैसे विश्वास,
जो होते है इतने पास, जैसे जीवन का

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