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अभी थमा नही है सफर मेरा
अभी खत्म नही हुआ हूँ मैं
बाकी है सागर मेरे अंदर
छलका अभी तो गागर भर हूँ
धीमा हो गया हूँ थोड़ा
थमा अभी नही हूँ मैं
सिख रहा हु हुनर अभी
बना अभी नही हूँ मैं
समेट रहा हु सब अपने
अभी खत्म नही हुआ हूँ मैं
बाकी है सागर मेरे अंदर
छलका अभी तो गागर भर हूँ
धीमा हो गया हूँ थोड़ा
थमा अभी नही हूँ मैं
सिख रहा हु हुनर अभी
बना अभी नही हूँ मैं
समेट रहा हु सब अपने
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