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कठपुतली हु जैसे अपने ही विचारो की
की जैसे पैरो मे लगी हो बेड़ियाँ सी
ए बाहरी होती तो मे तोड भी दु
ह
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कठपुतली हु जैसे अपने ही विचारो की
की जैसे पैरो मे लगी हो बेड़ियाँ सी
ए बाहरी होती तो मे तोड भी दु
ह
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