तुझे देखने के भी सौ बहाने थे
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तुझे देखने के भी सौ बहाने थे वो मुद्दत भर भी क्या ज़माने थे

Bhadresh DesaiBhadresh Desai December 8, 2021
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तुझे देखने के भी सौ बहाने थे
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