बार - बार आती है याद,
माँ तेरी मुझको,
दे ना पाया इस जीवन में,
मैं कुछ भी तुझको,
दो वक्त की रोटी ने,
मुझको तुझसे दूर किया,
मिलना भी न हो पाया,
ईश्वर ने तुझको छीन लिया,
तेरा कर्ज मेरी माँ,
मैं कैसे चुकाऊंगा,
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