मैं क्यों दुखी रहूँ,
खाली हाथ आया था,
खोया है मैंने जो,
सब यहीं पाया था,
संघर्ष ही जीवन है,
जीवन भर संघर्ष होगा,
आज दुख मिलें हैं तो,
कल जीवन में हर्ष होगा |
"बेचैन"
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