मुखौटे's image
Share0 Bookmarks 208056 Reads1 Likes

चहरे ये मुखौटे हैं,

मुखौटे ही तो चहरे हैं |

अन्दर का राम जला दिया,

कैसे उल्टे पड़े दशहरे हैं |

अपनी ही आवाज़ सुन ना पाएं,

पूर्ण रूप से बहरे हैं |

<

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts