उसकी मौजूदगी जब दिल में थी तो बहुत इतराते थे हम
अब मेरे हालात देख कर तमाशाई इतरा रहे हैं
अटके हुए हैं हम भी किसी के इंतजार में
और वो हैं जो झूठे वादे और कसमें खा रहे हैं
क्यों हर बार वो बिछड़ने की बात हमसे करते हैं
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