
Share0 Bookmarks 88 Reads0 Likes
बेदर्दी
सर्दी बड़ी तेज़ है
प्रेम की अंगीठी जला के रख देना
सारे नफ़रत गला के रख देना
बेदर्दी
सर्दी बड़ी तेज़ है
_अशरफ फ़ानी
ै
No posts
No posts
No posts
No posts
बेदर्दी
सर्दी बड़ी तेज़ है
प्रेम की अंगीठी जला के रख देना
सारे नफ़रत गला के रख देना
बेदर्दी
सर्दी बड़ी तेज़ है
_अशरफ फ़ानी
ै
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments