रेगिस्तान से जीवन मे, हम हरियाली लाते..I
यदि सुबह-सबेरे हम, कुछ कदम चल आते..II
दौड़ न पाते पर चार कदम, चल के तो आते ..I
इसी बहाने तनमे हम, ऑक्सीजन भरके लाते ..II
न पड़ती जरूरत ज़िम मे, लगी मशीनो की ..I
ताजगी रहती साँसो मे, ज
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