Share1 Bookmarks 221675 Reads4 Likes
कुर्बानी मोहब्बत की
दे दी कुर्बानी जब मोहब्बत की
मोहब्बत को मोहब्बत के लिए
हुई जब मोहब्बत, मोहब्बत की
दिल में प्रचण्ड डाह होने लगी
सोचा था दूर जाके उससे
एक दिन तो जायेगे भूल
करी लाख कोसिस मगर
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments