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तब जब तुम्हें देखूँ, मेरे दिल में धड़कनें,
फिर से से शुरू हो जाती हैं।
तुमसे मिलने की चाह, दिन रात मेरी बढ़ती जाती हैं,
जैसे कोई आग है जो, मेरे अंदर तुम्हारे लिए जलती जाती हैं।
जब तुम मेरे सामने होते हो, दिल धड़कता हैं तेज़ी से,
इस भागती दौड़ती जिंदगी में, तुम्हारा साथ हो तो सब कुछ अच्छा लगता हैं।
भ्रम हो जाता हैं, तब जब तुम्हें देखूँ,
मेरी जिंदगी का मकसद हैं, तुम्हारी ही खुशी के लिए होता हैं।
फिर से से शुरू हो जाती हैं।
तुमसे मिलने की चाह, दिन रात मेरी बढ़ती जाती हैं,
जैसे कोई आग है जो, मेरे अंदर तुम्हारे लिए जलती जाती हैं।
जब तुम मेरे सामने होते हो, दिल धड़कता हैं तेज़ी से,
इस भागती दौड़ती जिंदगी में, तुम्हारा साथ हो तो सब कुछ अच्छा लगता हैं।
भ्रम हो जाता हैं, तब जब तुम्हें देखूँ,
मेरी जिंदगी का मकसद हैं, तुम्हारी ही खुशी के लिए होता हैं।
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