आया है फिर वो त्यौहार,
जब रंगों की होगी बहार,
अपनों से मिलने को है दिल बेकरार,
करना है उन पर प्यार न्यौछार,
वो माँ जिसे है मेरा इंतज़ार,
वो पिता जिसकी चु
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