
Share0 Bookmarks 33 Reads1 Likes
महज उतना ही पढ़ा तुमने,
जितना लिखा था लफ़्ज़ में,
लफ़्ज़ को लफ़्ज़ से आगे पढ़ते,
उसमें मेरे जज़्बातों को पढ़ते ...
No posts
No posts
No posts
No posts
महज उतना ही पढ़ा तुमने,
जितना लिखा था लफ़्ज़ में,
लफ़्ज़ को लफ़्ज़ से आगे पढ़ते,
उसमें मेरे जज़्बातों को पढ़ते ...
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments