
Share0 Bookmarks 24 Reads0 Likes
मैं हरगिज़ ग़लत न था, मुझे समझा ग़लत गया
कभी लिखा गया ग़लत कभी बोला गया गलत
न इन्सान गलत था, न मेरी बातें थी ग़लत
बस परखने वाले दोस्तों से मैं परखा गया गलत
No posts
No posts
No posts
No posts
मैं हरगिज़ ग़लत न था, मुझे समझा ग़लत गया
कभी लिखा गया ग़लत कभी बोला गया गलत
न इन्सान गलत था, न मेरी बातें थी ग़लत
बस परखने वाले दोस्तों से मैं परखा गया गलत
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments