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बारिश में आग का फ़रमान कैसा है
इश्क़ के रास्ते में ये तूफान कैसा है
सालों से बैठे थे दीदार की उम्मीद में
मिलते हीं कहती हो इंतजार कैसा है
मेरे हाथों से निकल कर जा रही हो
और मुझसे
इश्क़ के रास्ते में ये तूफान कैसा है
सालों से बैठे थे दीदार की उम्मीद में
मिलते हीं कहती हो इंतजार कैसा है
मेरे हाथों से निकल कर जा रही हो
और मुझसे
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