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वसंत का आगमन
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खिल उठी कली कली, गुनगुनाने लगा मधुप।
ऋतु वसंत के आने से, निखरा धरा का रूप।
खेतों में महकी सरसों, झूमे सेमल पलाश।
आम बौर से लद गए, बढ़ गई मन की प्यास।
शीतल हवा बहकी बहकी, छोड़ चली सब लाज।
कूक र
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