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कई खण्ड पर एक देश का नारा है।
मिलजुल रहते भारतवासी
सूरत, मथुरा, दिल्ली, काशी,
कोल्लम, पणजी,चिकमगलूर
प्यार सभी में है भरपूर।
गौहाटी, शिमला, पटना भी न्यारा है
कई खण्ड पर एक देश का नारा है।
मगही, उर्दू , बोडो भाषा
हिन्दी तो जन-जन की आशा,
पंजाबी, उड़िया, संथाली
तिरती होठों पर बंगाली।
शत् भाषाओं की बहती इक धारा है
कई खण्ड पर एक देश का नारा है।
गंगा-यमुना बहतीं मिलजुल
रंग - बिरंगे गुलशन के गुल,
परिमल भरता मलयानिल बह
नफरत का हर दुर्ग गया ढह।
जन-जन की आँखों का भारत तारा है
कई खण्ड पर एक देश का नारा है।
Anil Mishra Prahari.
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