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दोस्त गाँव मत छोड़ो
ऊब जाओ भले ही
वहाँ की बहती नदियों से
पर जिनसे चलता है जीवन
वो बहाव मत छोड़ो
सब चाहते हैं एक घर
तुम्हारे गाँव जैसा
तुम शहर का होने में
किसी के हाँथ-पाँव मत जोड़ो
दोस्त गाँव मत छोड़ो
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