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1
कभी तुम्हे मिल जाऊं तो पढ़ लेना
साज़ो-सामानो में खोयी हुई डायरी हूँ मैं
एक ख़ामोश इंसान की शायरी हूँ मैं.
2
मेरी महत्वाकांक्षाओं से लड़ते हैं मेरे हौसले अकसर
क्या छोटे क्या बड़े, घर में कोहराम मचा है।
3
जब हिम्मत थक जाती है , तब उम्मीद किस्मत सॅवारती है
जब उम्मीद थक जाती है , तब माँ नज़र उतारती है
4
तेरे जाने के बाद कोई भी ऐसा न आया
तुझको जिसमे ढूंढ़ने की कोशिश न की हो मैंने
5
माँ तेरा प्यार वेदों के छंद जैसे
में पढ़ नहीं सकता तो समझूंगा कैसे
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