
Share0 Bookmarks 34 Reads0 Likes
क्या रंग है आँसू का कैसे कोई बतलाएगा
सुख का है या दु:ख का है ये कोई कैसे समझाएगा
कभी किसी के खो जाने से, कोई कभी मिल जाए तो
कभी कोई जो दूर हो गया, कोई पास कभी आ जाए तो
किस भाव में कितना बहता, कोई ध्यान नहीं रखता
हर हाल में इसका एक ही रंग है, फर्क ना कोई कर सकता
कभी दर्द में बह जाता है, हंसी में भी ये दूर नहीं
हम इस पर काबू कर पाये, ये इतना भी कमजोर नहीं
हरेक काल में एक जैसा है, चाहे धूप या छाया हो
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments