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हाँ हमे याद है
डाकिया का चिट्ठी, खेतो की मिट्टी।
मौत का कुआँ, चूल्हे का धुआँ ।
घर के पीछे वाला बाड़ी, लकड़ी की गाड़ी।
हाँ हमें याद है।।
ईद की सेवईया, दिवाली की मिठाइया।
दुर्गा पूजा का मेला, झालमुड़ी का ठेला।
साइकील का खेल, बच्चों का रेल।
हाँ हमें याद है।।
नदियों का स्वच्छ पानी, नाना नानी की कहानी।
साधू बाबा का सारंगी, चाचा का लाया नारंगी ।
दादा जी का पान, बच्चों के खिलौने वाली दुकान ।
हाँ हमें याद है।।
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